बुधवार 23 मई को ये खबर चली कि सरकार पेट्रोल-डीज़ल के मामले में राहत देने के लिए कुछ कदम उठाएगी. पार्टी के अध्यक्ष भी बोले, सरकार के मंत्री भी बोले, लेकिन राहत का इंतज़ार बना रहा. उल्टे लगातार 11वें दिन पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ गए. गुरुवार को महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल के दाम सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गये. फिक्की ने इस पर अपनी चिंता जताई. फिक्की के महासचिव दिलीप चेनाय ने एनडीटीवी से कहा, "आने वाले दिनों में अगर तेल और महंगा होता है तो उसका असर चालू बजट घाटा, महंगाई दर और अहम चीज़ों की कीमतों पर पड़ेगा.