राज्यसभा में वक्फ बिल पर वोटिंग के बाद बीजू जनता दल (बीजेडी) में भी विवाद गहरा गया है। करीब 23 साल बाद एक बार फिर पार्टी के नेताओं ने नवीन पटनायक के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं। नाराज नेताओं का मानना है कि पर्दे के पीछे नवीन पटनायक के सलाहकार वीके पांडियन ने व्हिप जारी नहीं करने का फैसला कराया। उनका मानना है कि विधानसभा चुनाव में हार के बाद पांडियन ने राजनीति से संन्यास ले लिया, मगर आज भी पार्टी के फैसले ले रहे हैं। इस उथल-पुथल के बीच सबकी नजरें नवीन पटनायक पर टिकी हैं, जिन्होंने इस पूरे प्रकरण में जांच का भरोसा दिया है