जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में रविवार को आतंकवादियों ने एक 72 वर्षीय सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वह एक मस्जिद में अजान दे रहे थे. वह एक स्थानीय ‘मुअज्जिन’ थे. पुलिस ने यह जानकारी दी. मोहम्मद शफी मीर की हत्या से पहले के क्षणों को याद करते हुए उनके चचेरे भाई मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि ‘फज्र’ (सूरज निकलने के पहले) की नमाज के लिए लाउडस्पीकर से अजान दी जा रही थी, तभी वह अचानक बंद हो गई. उन्होंने बताया कि मीर के आखिरी शब्द ‘‘रहम’’ थे. घटना के समय मुस्तफा घर पर ही थे.