2008 में बुंदेलखंड में सूखा पड़ा तो उसके तीन साल बाद, 2011 में यूपीए सरकार ने बुंदेलखंड पैकेज के तहत नल जल योजना शुरू की, ताकि गांवों में लोगों को गर्मियों में भी पीने का पानी मिल सके। लेकिन इस योजना की असलियत क्या है, ये बुंदेलखंड के गांवों में जाकर देखा हमारे सहयोगी सिद्धार्थ रंजन दास ने।