मध्यप्रदेश में विधानसभा का शीतकालीन सत्र कोरोना महामारी को जिम्मेदार ठहराते हुए स्थगित कर दिया गया. लेकिन उसके बाद, पहले सम्मेलन, चुनावी सभाए सब जारी रहे. वो भी कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते हुए उनके सम्मेलन जारी है. 28 दिसंबर से आयोजित होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र को सर्वदलीय बैठक में निरस्त करने का फैसला हुआ. कई अखबारों में खबर आई कि विधानसभा के 34 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हैं. लेकिन हमारे संवाददाता अनुराग द्वारी जब मामले की तह तक गये तो पता लगा कि कोरोना संक्रमित के रूप में दिखाए गए ज्यादातर लोग विधानसभा के कर्मचारी नहीं थे, और कई लोगों की आरटी पीसीआर रिपोर्ट अगले दो दिनों में ही नेगेटिव आई थी.