उत्तर प्रदेश के बिजनौर में 18 साल का मुस्लिम लड़का जब एक दलित लड़की के साथ पिज्जा खाने चला गया तो उसे जेल भेज दिया गया. इसी तरह मुरादाबाद में शादी पंजीकरण कराने महिला को शेल्टर होम भेज दिया गया. जबकि उसके मुस्लिम पति और उसके भाई को 15 दिन तक जेल भेज दिया गया. वहीं अलीगढ़ में एक मुस्लिम युवक परिवार समेत धर्म बदलकर हिन्दू बन गया. लेकिन सवाल उठ रहा है कि इस मामले में यूपी का धर्मांतरण कानून क्यों नहीं लागू हुआ. इसमें धर्मांतरण के दो माह पहले डीएम को इसकी सूचना देकर इजाजत लेनी होती है. हिन्दू संगठनों पर भी किसी ने उंगली नहीं उठाई.
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