किसान आंदोलन में आतंकवादी, खालिस्तानी, पाकिस्तानी होने के बयान अभी तक आए जा रहे हैं. इसी साल जनवरी में ठीक यही हो रहा था जब लाखों लोग नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली और देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे थे. बीजेपी के नेता, मंत्री, प्रवक्ता, कार्यकर्ता गोली मारने के नारे लगाने लगे और पाकिस्तानी और गद्दार बताने लगे. गोदी मीडिया के स्टूडियो में घंटों चलने वाले डिबेट के दम पर इन नारों के सहारे मिडिल क्लास इंडिया के बीच एक सहमति बनाई गई और उसकी आड़ में आंदोलन को कुचल दिया गया. देखें रवीश कुमार का प्राइम टाइम...
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