रवीश कुमार का प्राइम टाइम : लोकतंत्र में कोई चीज अंदर की बात नहीं होती
प्रकाशित: फ़रवरी 04, 2021 09:00 PM IST | अवधि: 35:36
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समाचार का मतलब ही होता है कि अंदर की बात को बाहर लाना. हमारे फिल्म कलाकारों, खिलाड़ियों ने एक काम अच्छा किया कि उन्होंने सीएनएन, वाशिंगटन पोस्ट, न्यूयॉर्क टाइम्स, बीबीसी को नहीं धिक्कारा कि वे किसान आंदोलन (Farmers Protest) की खबरों को न दिखाएं. इस दलील से तो भारतीय वेबसाइटों को अमेरिका और लंदन की खबरों के लिए रोक देना चाहिए. पॉप सिंगर रिहाना ने ट्वीट क्या कर दिया कि ये सब सामने यह कहने आ गए कि यह अंदर की बात है. लोकतांत्रिक भावना सिर्फ अपने लिए नहीं होती है.दूसरे देशों के लिए महसूस की जाती है. लोकतंत्र में यकीन करने वाला नागरिक सच्चे अर्थों में वैश्विक नागरिक होता है.