एम्स एक ऐसा अस्पताल है जो पूरा कभी नहीं बनता. टुकड़े टुकड़े में बनता है और कई मामलों में दस पंद्रह साल निकल जाने के बाद भी पूरा बनता ही रहता है. अब चुनावी कारणों से एम्स को चालू किया जाने लगा लेकिन उसमें भी कुछ विभागों के सहारे इसे चालू कर दिया जाता है.