ऋषि कपूर के परिवार वालों ने मीडिया को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि ऋषि कपूर को ल्यूकिमिया था एक प्रकार का कैंसर है. अस्पताल में लोगों को अंतिम समय तक ऋषि कपूर मनोरंजन करते रहे. पिछले दो साल में उन्होंने पूरी जिंदगी जी. मिलने आने आने वालों के साथ फिल्में, भोजन और दोस्तों को लेकर बात करते रहे. उन्हें पता था कि दुनिया भर में उनके चाहने वाले हैं इस कारण वो कृतज्ञ भी थे. इस कारण उनके फैन समझेंगे कि ऋषि कपूर को मुस्कुराहट के साथ याद कि जाए आंसू के साथ नहीं. दूसरी तरफ भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों को वापस अपने राज्य में लाने की इजाजत दे दी है. अकेले उत्तर प्रदेश 4 लाख मजदूरों को दूसरे राज्यों से लाने की तैयारी में है. लाखों मजदूरों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना बड़ा टास्क होगा. लेकिन ऐसी नौबत क्यों आयी मजदूरों को वापस क्यों लाना पड़ा? मजदूरों में घर जाने के लिए तड़प क्यों हुई?