रेटिंग बिकाऊ हो सकती है, भरोसा नहीं, हम अपने दर्शक खरीदते नहीं, अर्जित करते हैं

अब समय आ गया है कि आप सोचें, आपका पैसा चोरी हो रहा है, कैसे? टेलीविजन चैनल की रेटिंग खरीदी जाती है. इसमें घपला, फिक्सिंग, सब चलता है. ये सबको अच्छी तरह से पता है, इस पर चर्चा हो चुकी है, इसे पकड़ा जा चुका है और इसका पर्दाफाश हो चुका है. तब भी कुछ कार्रवाई नहीं हुई. हर महीने दर्शकों के सैकड़ों, करोड़ों रुपयों का दुरुपयोग हो रहा है.