कांग्रेस ने रफाल सौदे में मोदी सरकार के अलावा अब CAG के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस ने सीएजी राजीव महर्षि को दिए एक मेमोरैंडम में राजीव महर्षि पर हितों के टकराव का आरोप लगाया है. कांग्रेस के मुताबिक 36 रफाल जेट के सौदे की जांच कर रहे सीएजी राजीव महर्षि अक्टूबर 2014 से लेकर अगस्त 2015 तक वित्त सचिव थे यानि 10 अप्रैल, 2015 को 58 हज़ार करोड़ के इस सौदे के ऐलान के दौरान वो वित्त सचिव थे. सेना के लिए सामान ख़रीदने की वित्तीय मंज़री वित्त मंत्रालय और कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की कमेटी देती है.कांग्रेस का कहना है कि तब वित्त सचिव रहे राजीव महर्षि सौदे को मंज़ूरी देने की प्रक्रिया का हिस्सा थे.