रोजाना कई घंटों की देरी से दौड़ रही ट्रेने रेलवे का अब नया सिरदर्द बन चुकी हैं. तमाम कोशिशों के बावजूद मुश्किल से दो चार ट्रेनें ही समय पर चल पा रही हैं. अब रेलवे के बड़े अधिकारी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्यों ना एक बार रेलवे का पूरा टाइम टेबल ही बदल कर देख लिया जाए.