न्यूज चैनलों पर आपने सिर्फ महाराष्ट्र का कवरेज देखा होगा लेकिन संविधान दिवस के मौके पर देश भर से विकलांग छात्र जमा हुए. वे सुबह से आकर दिल्ली के मंडी हाउस में बैठ गए. ये सभी रेलवे की परीक्षा के उम्मीदवार हैं. इसके पहले भी 23 अक्टूबर से लेकर 26 अक्टूबर तक मंडी हाउस पर धरना दिया था क्योंकि वहां विकलांग मामले का पंचाट है. रेलवे ने कहा था कि 14 दिनों के भीतर कार्रवाई होगी मगर इनके अनुसार कुछ नहीं हुआ है. एक बार जब रिजल्ट निकला तो ये पास थे और कहा गया कि डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा लेकिन दोबारा रिजल्ट निकला तो इनके नाम गायब थे. आज आने का मकसद यही था कि संविधान दिवस है तो सरकार पर, रेल मंत्रालय पर नैतिक दबाव बने.