दस साल बाद लोकसभा को विपक्ष का नेता मिला है । राहुल गाँधी को कांग्रेस ने अपने संसदीय दल का नेता चुना और राहुल गाँधी अभी तक किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं बैठे थे और इस हैसियत से वो विपक्ष के नेता हो चुके हैं क्योंकि कांग्रेस के पास इस बार जो नंबर आए हैं वो इतने हैं कि उनको विपक्ष के नेता का पद मिल सकता है |