देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद बिहार के मजदूरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. जिन दूसरे राज्यों में जाकर वह काम करते थे, अब वह छिन चुका है. अपने राज्य बिहार में उनके पास काम नहीं है. नतीजतन उनके पास पैसे नहीं हैं. रोजी-रोटी का संकट बढ़ता जा रहा है. कुछ मजदूरों ने शिकायत की है कि जिन राज्यों में वह काम करते थे, वहां उनके मालिकों ने उनका पैसा नहीं दिया. राज्य सरकार का कहना है कि किसी भी जरूरतमंद को भूखे नहीं सोने दिया जाएगा.