रवीश कुमार का प्राइम टाइम : कैसे बनती है खबर, जो खबर नहीं है

एक दर्शक के लिए पर्दा हटा कर देखना ज़रूरी होता है कि ख़बरें कैसे बनती हैं और किसी मुद्दे को कैसे ख़बरों की शक्ल दी जाती है, ताकि लगे कि ख़बर है तो उसका कवरेज हो रहा है. लेकिन यह खेल इतना गहरा है कि कब खेल और पर्दा बदल जाता है, समझना मुश्किल है.

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