इस्तीफा तैयार है लेकिन कोई कार्यकर्ता या विधायक सामने आकर बोले कि आप मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख के काबिल नहीं हैं. मैं दोनों पद छोड़ दूंगा लेकिन कोई सूरत या गुवाहाटी से ना कहे, सामने आकर कहे. उद्धव ठाकरे बागी विधायकों को प्यार से बुला रहे हैं. क्या वाकई एकनाथ शिंदे के लिए वो अपनी कुर्सी छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि शरद पवार को मुझपर भरोसा है लेकिन मेरे ही विधायकों को मेरे पर भरोसा नहीं रहा, तो इसमें मैं क्या करूं. उद्धव ठाकरे ने ये दावा नहीं किया कि उनके पास बहुमत है, उन्होंने कहा कि वो डरा कर आकंड़ा नहीं बढ़ा सकते बल्कि अपने विधायकों को प्यार से बुला सकते हैं.