इतिहास का इतिहास से ही मुकाबला है. 5 अगस्त अनुच्छेद 370 हटाने के इतिहास से जूझता नजर आ रहा है, क्योंकि इस तारीख को उससे भी बड़ा इतिहास बनने जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले और आम सहमति के बाद मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना ही था. चाहे आज या फिर एक साल बाद. कोरोना संकट के दौरान जब पूरी दुनिया इंटरनेट को चरणामृत समझकर पी रही थी, कश्मीर इंटरनेट स्पीड के लिए तरस रहा था.