मध्यप्रदेश में कुपोषण के कारण हफ्ते भर में दो मौत की खबर सामने आई है. लेकिन सरकारी आंकड़ों में इसे लापरवाही का मामला बताया गया है. इससे साफ है कि सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच रहा है. बच्चों के लिए सरकारी योजनाएं सिर्फ कागज में पूरी की जा रही हैं.