क्या हमने कभी सोचा है कि हम अपने आसपास के पेड़ पौधों, अपने जंगलों को लेकर कितने सजग हैं? क्या हम ये अहसास करते हैं कि हमारे जंगल कैसे बीमार पड़ रहे हैं? हमारी ये कुदरती खूबसूरती हमारी लापरवाही, हमारी मनमानियों का शिकार हो रही है. अपनी झील के लिए मशहूर नैनीताल भी अब बढ़ते जन दबाव, अंधाधुंध निर्माण, बेलगाम पर्यटन और प्रदूषण का शिकार हो गया है. नैनीताल के पास बहुत ही विविध वनस्पतियों से समृद्ध एक बड़ा जंगल था. समय के साथ-साथ ये जंगल अपनी विविधता और अपनी पहचान खोता जा रहा है. इसका खास संकेत हैं इसमें पाई जाने वाली सूक्ष्म वनस्पतियों जैसे मॉस और लाइकेन का खत्म होते जाना. ऐसी वनस्पतियां क्यों हैं खास और उत्तराखंड वन विभाग की अनुसंधान शाखा ने इनके प्रति लोगों को सजग करने के लिए क्या नायाब पहल की हैं, देखिये सुशील बहुगुणा की इस खास डॉक्यूमेंट्री में.