दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारिकों को एक सर्कुलर जारी किया है कि अगर उन्हें लगे कि कोई ख़बर सही नहीं है या आपत्तिजनक है तो प्रमुख सचिव से कहकर आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करवा सकते हैं। आरोप साबित हुआ तो संपादक, रिपोर्टर को दो साल की जेल हो सकती है। उनके इस फरमान के फरमान पर सवाल उठने लगे हैं कि क्या उनका यह कदम पत्रकारिता पर लगाम की कोशिश है? देखें चर्चा प्राइम टाइम में...