संसद में जब राहुल गांधी मोदी सरकार पर निशाना साध रहे थे, तब आपने देखा होगा कि वेंकैया नायडू उन्हें बोलने दे रहे थे बल्कि अपने साथियों को भी हंगामा करने से मना कर रहे थे। लेकिन 24 घंटे बाद ऐसा क्या हो गया कि बीजेपी को लगा कि राहुल गांधी के भाषण को शैतान का प्रवचन कहना चाहिए।