स्पीकर सुमित्रा महाजन जी, एक न्यूज़ एंकर होने के नाते बुधवार को आपकी पीड़ा को भी समझ रहा था और आपकी चुनौती को भी। मुल्क की निगाहें आपकी तरफ थीं कि कहीं आपसे तराजू का पलड़ा उनकी तरफ तो नहीं झुक रहा है जो कभी आपके अपने थे या उनकी तरफ तो नहीं झुक रहा है जो आपको शक की निगाह से देख रहे होंगे।