जब भी अमरीका के राष्ट्रपति के चुनाव में दो उम्मीदवारों के बीच बहस होती है, तो भारत में कई लोग सुबह सुबह अलार्म लगाकर उठते हैं और बहस सुनते हैं. सुनने से पहले ट्वीट ज़रूर करते हैं ताकि कुछ लोगों को पता चले कि वे लोकल इलेक्शन में भले वोट न देते हों लेकिन यूएस इलेक्शन का डिबेट सुनते हैं. फिर उनका रोना शुरू होता है कि भारत में ऐसा डिबेट नहीं होता है.