15 सितंबर को इंजीनियर दिवस मनाया जाता है. उनकी सोचिए जो इंजीनियर तो बन गए हैं लेकिन उसके लायक हैं ही नहीं. भारत के युवाओं का अच्छा खासा प्रतिशत इंजीनियर बनने का सपना देखता है, वो नहीं भी देखता है तो उसके बदले मां बाप सपना देखते हैं. पहला तनाव होता है कि इंजीनियर बनना ही होगा और दूसरा तनाव होता है कि नहीं मुझे इंजीनियर बनना ही नहीं है. जो बन जाते हैं वो कोचिंग संस्थानों के पोस्टरों में अनगिनत छात्रों के साथ छप जाते हैं.