आधार अगर पास हो सकता है तो उम्मीद की जानी चाहिए कि ये जीएसटी के पास होने का भी आधार हो सकता है। यही सब कुछ बिन्दु हैं जहां भारतीय राजनीति के घोर प्रतिद्वंदी कांग्रेस और बीजेपी समान लगने लगते हैं। दोनों के बीच झगड़ा विरोध से शुरू होता है, बाद में सुझावों को लेकर तनातनी होती है, फिर संशोधनों के फेरबदल से दोनों में सुलह हो जाती है।