नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद से धरनास्थल पर किसानों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. पंजाब के जालंधर से आए 72 वर्षीय किसान करमजीत सिंह ने बताया कि यहां पानी नहीं है. पिछले दो दिनों से टैंकर नहीं आया, जिस वजह से नहाना तो दूर शौच तक के लिए पानी नहीं है. कई लंगर भी पानी की किल्लत की वजह से बंद हो गए हैं. दरअसल दिल्ली पुलिस ने कीलें और बैरिकेडिंग कर दिल्ली जल बोर्ड के टैंकरों को धरनास्थल के पास जाने से रोक दिया है.