कोरोना महामारी के दौरान लगभग हर राज्य ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए खजाना खोल दिया, लेकिन मध्य प्रदेश अभी भी फिसड्डी बना हुआ है. कम खर्च के अलावा भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है. दो दिन पहले भिंड के जिला अस्पताल में एक प्रसूता का आरोप है कि 5 हजार रुपये रिश्वत नहीं देने पर उसे अस्पताल से बाहर कर दिया गया. सड़क पर प्री मैच्येार डिलीवरी हो गई, जिससे नवजात की मौत भी हो गई.