आज दिल्ली में रामधारी सिंह दिनकर पर एक बड़ा कार्यक्रम हुआ। बहाना उनकी दो किताबों संस्कृति के चार अध्याय और परशुराम की प्रतीक्षा के प्रकाशन के 50 साल पूरे होने का था। लेकिन जेडीयू का आरोप है कि बिहार में चुनावों से पहले बीजेपी दिनकर का इस्तेमाल कर रही है और एक ख़ास जाति को ख़ुश करने की कोशिश कर रही है।