खबर आई कि नोटबंदी के बाद BSP के खाते में 104 करोड़ रुपये जमा कराए गए. 2014-15 में ये 111 करोड़ के करीब था तब कोई सवाल नहीं उठे थे. अब सवाल ये भी है कि बाकी पार्टियों के खातों में 8 नवंबर के बाद कितने जमा हुए - पुराने नोटों में हुए या नए नोटों में. अगर नए नोटों में हुए तो आप घंटों अपने कतार में खड़े होकर भी ज़रूरत भर रुपये ना निकाल पाने की पीड़ा याद करिए और सोचिए कि इतने प्रभावशाली लोग कौन हैं जो ऐसे दिनों में भी नए नोटों में अपनी मनपसंद पार्टियों को चंदा दे रहे थे.