तालिबान ने जिस तरह से अफगानिस्तान और काबुल पर कब्जा कर लिया है. इसके बाद तालिबान आज की सच्चाई बनकर उभरा है. अब जितने भी देश हैं, उसको एक तरह से तालिबान से मैत्री करनी होगी या फिर उनको मान्यता देनी होगी. ऐसा भी कर सकते हैं कि वो तालिबान सरकार को मान्यता ना दें. ऐसा पहले भी हुआ है. ये एक ऐसी घटना है जिसका लोगों को अंदाजा नहीं था. लेकिन पलक झपकते ही तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया.