गायों की तस्करी के आरोप में पहलू ख़ान को पीट पीट कर मार डालने के मामले में उन 6 लोगों के ख़िलाफ़ केस बंद कर दिया है जिनके नाम ख़ुद पहलू ख़ान ने मरने से पहले अपने dying declaration में लिए थे. राजस्थान पुलिस की सीआईडी क्राइम ब्रांच की दलील है कि जिन 6 लोगों की जांच अब नहीं की जाएगी उनके ख़िलाफ़ सबूत नहीं मिले. लेकिन इसमें मरने से पहले दिए गए बयान और दूसरे चश्मदीद गवाहों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है. तो ऐसे में सवाल उठता है कि सबूतों के अभाव में dying declaration क्यों पहलू खान को इंसाफ दिलानें के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.