किसान नेताओं ने आज कहा कि अभी जो स्थिति है उसे लेकर हमने तय किया है कि हम जहां है वहीं डटे रहेंगे और आगे भी तय करेंगे कि इस स्थिति से आगे कैसे बढ़ना है. पीछे जाने का तो सवाल ही नहीं है. ना ही किसी प्रकार की शर्त के साथ बातचीत के लिए हम तैयार है. सात साल से पीएम जी अपने मन की बात देश को सुना रहे हैं आज सात दिन से देश के किसान अपने मन की बाद मोदी जी को सुनाने आए हैं. हम मोदी जी कहना चाहते हैं कि किसानों के मन की बात सुनों , वरना आपको और आपकी पार्टी को बहुत महंगा पड़ेगा.