राज्यसभा में PM मोदी ने कहा कि इससे पहले मुझे लोकसभा में भी अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर मिला था. अब राज्यसभा में भी मुझे अवसर दिया है. हमारे संविधान में राज्यसभा की परिकल्पना उच्च सदन के रूप में की गई है. संविधान निर्माताओं का यह आशय रहा है कि ये सदन राजनीति की आपाधापी से ऊपर उठकर के गंभीर बौद्धिक विचार विमर्श का केंद्र बने और देश को दिशा देने का सामर्थ्य यही से निकले.