प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बहुत मजा आता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में मुद्रास्फीति जीडीपी वृद्धि से अधिक थी. उस समय ऊंची महंगाई, राजकोषीय घाटा तथा चालू खाते का घाटा सुर्खियां बनते थे.