23 साल पहले हुए अपने पहले हार्ट ट्रांसप्लांट पर भारत को खुद पर गर्व है, लेकिन इस दौरान अंग-दान के आंकड़ों में बढ़ोतरी नहीं हुई. बहुत ही कम लोग दिल या दूसरे अंगों के दान का प्रण लेते हैं. भारत को हार्ट की ज़रूरत को पूरा करने के लिए 10 लाख अंगदाता चाहिए. मुश्किलों के बावजूद भी, कई उपलब्धियां हासिल की गईं और कई ज़िंदगियों को बचाया भी गया. हम आप तक लाएं हैं उम्मीदों और सफलताओं की कहानियां...