मशहूर अर्थशास्त्री किरीट पारेख ने एनडीटीवी से कहा कि
अगर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में शामिल किया जाता है तो इससे देश में महंगाई पर नियंत्रण पाने में शॉर्ट टर्म और मीडियम टर्म में मदद मिलेगी. पेट्रोल और डीजल सस्ता होने से देश में ज्यादा लोग इनका इस्तेमाल भी कर सकेंगे. इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा.