राजधानी की हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी एम्स में इलाज कराने आए मरीजों व उनके स्वजन को अस्पताल के बाहर सोने को मजबूर हैं. उनके लिए पर्याप्त संख्या में रैनबसेरे नहीं बनाए जा सके हैं.