हंगामे से शुरु हुआ संसद का आखिरी दिन भी हंगामेदार रहा। दोनों सदनों में विपक्ष ने अंबेडकर के मुद्दे पर सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश की। लोकसभा में विपक्षी सांसद सदन के वेल तक पहुंच गए और फिर सदन को अनिश्तकाल के लिए स्थगित कर दिया गया लेकिन उससे पहले लोकसभा स्पीकर ने सांसदों को सख्त हिदायत दी