एशियाई पैरा गेम्स 2023 में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय पैरा-कैनोई खिलाड़ी पैरा-एथलीट प्राची यादव ने NDTV के साथ साझीदारी में ह्युंडई की पहल 'समर्थ' के लॉन्च में शिरकत की, और एक दिव्यांग के रूप में आपबीती सुनाई. स्कूल द्वारा नकार दिए जाने से लेकर खेल में आगे बढ़ने के लिए समाज द्वारा हतोत्साहित किए जाने तक प्राची यादव ने कहा कि कोई व्यक्ति शरीर से नहीं, मन से दिव्यांग होता है. पैरा-एथलीट ने कहा कि खुद को मानसिक रूप से मज़बूत बनाकर जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों का मुकाबला किया जा सकता है.