Paralympic India की अध्यक्ष पद्मश्री दीपा मलिक ने NDTV के साथ साझीदारी में ह्युंडई की पहल 'समर्थ' के लॉन्च पर भारत की पहली महिला पैरा-एथलीट बनने के अपने सफर के बारे में बात की. दीपा मलिक ने इस बात को रेखांकित किया कि किसी महिला पैरा-एथलीट को पहला पदक जीतने में सात दशक लग गए, जबकि पुरुषों में पहला पदक 1972 में ही आ गया था, जब मुरलीकांत पेटकर ने फ्रीस्टाइल तैराकी में स्वर्ण पदक जीता था.