रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO ) द्वारा विकसित कोरोना रोधी दवा को मरीजों के लिए आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है. यह दवा एक पाउडर की तरह सैशे में आती है, जिसे आसानी से पानी में घोलकर लिया जा सकेगा. शोध के दौरान बड़ी संख्या में ये दवा लेने वाले शख्स आरटीपीसीआर टेस्ट (RT-PCR tests) में निगेटिव पाए गए. देश की सबसे बड़े औषधि नियामक ने इस कोरोना रोधी दवा को हरी झंडी दी है. यह दवा पाउडर की तरह एक सैशे में आती है, जिसे भी कोई भी आसानी से पानी में घोलकर ले सकता है.