साल के आख़िर में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसी के मद्देनज़र राज्य की राजनीति भी तेज़ हो गई है. विपक्ष के हमले बढ़ गए हैं तो सरकार की ओर से नई-नई घोषणाएं बढ़ गई हैं. सरकार ने जैसे पिटारा खोल दिया है जबकि असलियत ये है कि राज्य सरकार की तिजोरी खाली है. ओवर ड्राफ्ट के हालात हैं, लेकिन सरकार का कहना है कि चिंता की बात नहीं. वित्त मंत्री बेफ़िक्र होकर कहते हैं कि चुनावी साल में कौन सी सरकार नई घोषणाएं नहीं करती. कांग्रेस कह रही है कि हार के डर से घबराहट में सरकार ये एलान कर रही है.