देश में सेकुलरिज्म और हिंदू राष्ट्र को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच संघ प्रमुख मोहन भागवत ने देश के राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी और अपने बीच हुई बातचीत का हवाला देते हुए इस बात पर सहमति जताई है कि भारत इसलिए सेक्युलर नहीं है क्योंकि संविधान में ऐसा लिखा गया है बल्कि 5000 साल से भारत की संस्कृति ही ऐसी है. RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत संघ के पदाधिकारी रहे लेखक रंगा हरि की किताब 'पृथ्वी सूक्त- धरती माता के प्रति एक श्रद्धांजलि' के विमोचन के दौरान बोल रहे थे