राजस्थान के एसीबी ने इस साल 31 मार्च को एक शिकायत के आधार पर SMS हॉस्पिटल में छापा मारकर फर्जी एनओसी के दस्तावेज बरामद किए थे और कई लोगों को पकड़ा गया था. इसके बाद कड़ियां जुड़ती गई और पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ है. लोगों में अंगदान को लेकर गलतफ़हमियां हैं या सरकारी कायदे-कानून आड़े आते हैं?