अजित पवार के अचानक महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने और एनसीपी में फट से विपक्षी एकजुटता की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है. विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में अहम भूमिका निभा रहे शरद पवार अपनी ही पार्टी को टूटने से नहीं बचा पाए. महाराष्ट्र में लगे सियासी झटके के बावजूद विपक्षी दलों ने अब बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई को अपनी अगली बैठक करने का फैसला किया है.