क्लाइमेट चेंज को लेकर जर्मनी में एक बैठक होने वाली है. वहीं, भारत ने क्लाइमेट चेंज को लेकर जो कदम उठाए हैं, उससे यह अंदाजा लग रहा है कि अगले 10 सालों में सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा का जमकर विस्तार होगा. इस विस्तार से नए उद्धमियों के लिए रोजगार के नए मौके जरूर पैदा करेगा