बात विदेश मंत्री एस जयशंकर की जो अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं... अंतरराष्ट्रीय मामलों और कूटनीति से जुड़े मामलों में भाषा की बारीकी, उसके टोन, टेनर पर बड़ा ध्यान दिया जाता है... नफ़ासत भरी भाषा का भी इस्तेमाल होता है और उसी में सख़्त से सख़्त बात कही जाती है... इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर का जवाब नहीं है...