अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा भारत में धार्मिक असहिष्णुता बढ़ने से संबंधित बयान देने पर पूर्व भारतीय राजनयिक विवेक काटजू का कहना है कि इस बयान को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए। काटजू ने कहा कि हमारे संविधान में लिखा हुआ है कि धार्मिक कट्टरता नहीं होनी चाहिए और सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए, हमें उसी रास्ते पर चलते रहना चाहिए., दूसरे देश क्या कहते हैं इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है...